DDPI in Zerodha: आम तौर पर एक ट्रेडर को अपने शेयर बेचने के लिए सीडीएसएल टी-पिन (CDSL TPIN) और ओटीपी की आवश्यकता होती है जो एक ट्रेडिंग डे के लिए मान्य होता है। इसका मतलब अगर आपको अगले दिन फिर से कोई शेयर बेचना है तो फिर से सीडीएसएल टी-पिन से उसे ऑथॉराइज़ करना पड़ेगा जिसमें थोड़ा वक़्त लग जाता है और आपका प्रॉफिट या लॉस बदल सकता है। इसी प्रोसेस से आपको बचाने के लिए SEBI ने DDPI की फैसिलिटी दी है जिसके तहत ब्रोकर आपके अकाउंट से शेयरों को डेबिट केवल तभी कर सकता है जब ग्राहक द्वारा कोई शेयर बेचा गया हो। इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की सिर्फ 5 मिनट में आप ज़ेरोधा में DDPI कैसे एक्टिवेट करवा सकते हैं।
Table of Contents
DDPI क्या होता है?
DDPI का फुल फॉर्म है – डीमैट डेबिट और प्लेज इंस्ट्रक्शन (डीडीपीआई)। यह एक डॉक्यूमेंट है जिसका उपयोग ब्रोकर द्वारा किया जाता है ताकि वह आपके डीमैट अकाउंट से शेयर डेबिट कर सके और उन्हें एक्सचेंज तक पहुंचा सके। डीडीपीआई जमा करने के बाद, ग्राहक को शेयर बेचते समय सीडीएसएल टी-पिन और ओटीपी दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है।
👉 नोट: DDPI का इस्तेमाल कंपल्सरी नहीं है। आप चाहें तो CDSL TPIN के ज़रिए भी अपने शेयर सेल को ऑथराइज़ कर सकते हैं।
DDPI के क्या फायदे हैं?
DDPI का उपयोग करने के अनेक फायदे हैं जैसे:
- सरल और तेज़ बिक्री लेनदेन।
- हर बिक्री के लिए TPIN और OTP दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती।
- बढ़ी हुई सुरक्षा क्योंकि यह प्रोसेस ऑटोमेटेड है और आपके ब्रोकर द्वारा मॉनीटर किया जाता है।
DDPI एक सेफ ऑप्शन है क्योंकि इसमें सभी लेन-देन सहमत शर्तों के अनुसार प्रोसेस की जाती हैं जिससे अनधिकृत डेबिट का जोखिम कम हो जाता है। जहाँ तक ज़ेरोधा की बात है तो यह सुनिश्चित करता है कि डीडीपीआई सुरक्षित रूप से प्रबंधित हो और लेनदेन ऑथोराइज़्ड डॉक्यूमेंट के अनुसार संसाधित हो।
ऑनलाइन DDPI कैसे एक्टिवेट करवाएं?
DDPI activation Online: ज़ेरोधा में DDPI एक्टिवेट करवाने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें –
- अपने ज़ेरोधा काइट एप पर लॉग इन करें
- Account पर क्लिक करें
- Arrow के निशान पर क्लिक करें और फिर Demat पर क्लिक करें
- Enable Demat Debit and Pledge Instruction (DDPI) पर क्लिक करें
- टर्म्स एंड कंडीशंस को एक्सेप्ट करें और Continue पर क्लिक करें
- Procced पर क्लिक करें और फिर Sign Now पर
- टर्म्स एंड कंडीशंस को एक्सेप्ट करें और अपना आधार नंबर डालें
- Send OTP पर क्लिक करें
- आपके आधार रजिस्टर्ड नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा
- ओटीपी दर्ज करें और Verify & Sign पर क्लिक करें
48 घंटों के अंदर, आपका डीडीपीआई एक्टिवेट हो जाएगा और आपके जेरोधा अकाउंट बैलेंस से 100 रुपये + 18% GST शुल्क काट लिया जाएगा।
ऑफलाइन DDPI कैसे एक्टिवेट करवाएं?
DDPI activation Offline: कस्टोडियल सेवाओं के लिए ऑर्बिस का उपयोग करने वाले एनआरआई ग्राहक, जॉइंट अकाउंट होल्डर्स और नॉन-इंडिविजुअल अकाउंट होल्डर्स केवल डीडीपीआई को ऑफ़लाइन माध्यम से एक्टिवेट कर सकते हैं।
इसके अंतर्गत आपको DDPI डॉक्यूमेंट ज़ेरोधा को नीचे दिये गए एड्रेस पर कुरिएर करना पड़ेगा:
Address – Zerodha, 153/154, 4th Cross, J.P Nagar 4th Phase, Opp. Clarence Public School, Bengaluru – 560078
👉 नोट: कृपया सुनिश्चित करें कि DDPI पर हस्ताक्षर पहले ज़ेरोधा खाता खोलते समय अपलोड किए गए हस्ताक्षर से मेल खाता हो।
जब आपकी DDPI रिक्वेस्ट अप्रूव हो जाएगी तो आपको ईमेल के माध्यम से इन्फॉर्म कर दिया जाएगा। कुछ इस प्रकार के ईमेल आपने रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर आएगा 👇
DDPI का सही इस्तेमाल कैसे करें?
DDPI का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए:
- किसी भी अनधिकृत लेनदेन के लिए अपने डीमैट खाते पर नियमित रूप से नज़र रखें।
- अपने लॉगिन क्रेडेंशियल और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें और किसी से भी शेयर न करें।
- किसी भी अनधिकृत डेबिट की जानकारी तुरंत जीरोधा सपोर्ट टीम को दें।
निष्कर्ष
जेरोधा डीडीपीआई आपके डीमैट अकाउंट से डेबिट प्रोसेस को ऑटोमेट करके बिक्री लेनदेन को एग्जेक्यूट करने के लिए एक सुव्यवस्थित और सुरक्षित तरीका प्रदान करता है। यह सुरक्षा बनाए रखते हुए ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग सुविधा को बढ़ाता है। हालांकि, आपको अपने लेनदेन की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से अपने खातों की निगरानी करनी चाहिए।
FAQS
1) क्या DDPI सेफ है? (Is DDPI safe?)
जी हाँ, DDPI सेफ ऑप्शन है क्योंकि इसमें एक डॉक्युमेंटेड ऑथोराइज़ेशन प्रोसेस शामिल है। इसके अंतरगत आपका ब्रोकर यह सुनिश्चित करता है कि सभी लेन-देन सहमत शर्तों के अनुसार प्रोसेस किए जाएं, जिससे अनधिकृत डेबिट का जोखिम कम हो जाता है। DDPI सेबी (SEBI) ने पीओए POA (पावर ऑफ अटॉर्नी) के किसी भी संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए 19 नवंबर, 2022 को इंट्रोड्यूस किया था।
2) DDPI और POA में क्या अंतर है?
DDPI को डीमैट डेबिट एंड प्लेज इंस्ट्रक्शन और POA को पावर ऑफ अटॉर्नी कहा जाता है। DDPI से पहले शेयर्स बेचने की ऑथॉरिटी, POA (पावर ऑफ अटॉर्नी) के माध्यम से प्रदान की जाती थी। SEBI ने DDPI को मुख्य रूप से ग्राहक द्वारा स्टॉक ब्रोकरों को दिए गए POA के संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए लागू किया गया था। DDPI और POA के बीच मुख्य अंतर यह है कि DDPI पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से मुहर लगाई जा सकती है और हस्ताक्षर किए जा सकते हैं, जबकि POA में ऐसा नहीं हो सकता है।
3) ज़ेरोधा में DDPI एक्टिवेट करवाने की फ़ीस कितनी है?
ज़ेरोधा में DDPI एक्टिवेट करवाने की फ़ीस है 100 रुपये + 18% GST जो आपके डीमैट अकाउंट बैलेंस से काट लिया जाता है।
4) क्या DDPI सभी निवेशकों के लिए अनिवार्य है?
नहीं, DDPI अनिवार्य नहीं है, लेकिन एक्टिव इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स के लिए यह बहुत अच्छा विकल्प है जो अक्सर सिक्योरिटीज़ बेचते हैं।
5) क्या सभी ब्रोकर DDPI सेवाएँ प्रदान करते हैं?
वैसे तो अधिकांश स्थापित ब्रोकर DDPI सेवाएँ प्रदान करते हैं, लेकिन इसकी पुष्टि करने के लिए आप अपने विशिष्ट ब्रोकर से संपर्क कर सकते हैं।
6) क्या DDPI सभी प्रकार की सिक्योरिटीज़ पर लागू होता है?
जी हां, डीडीपीआई आम तौर पर आपके अकाउंट में की गयी सभी प्रकार की सिक्योरिटीज़ पर लागू होता है, जिसमें स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड आदि शामिल हैं।
7) DDPI कितने समय तक वैलिड होता है?
DDPI की वैधता आपके ब्रोकर द्वारा निर्धारित शर्तों पर निर्भर करती है। आम तौर पर DDPI तब तक वैध रहता है जब तक आप इसे रद्द या संशोधित करने का निर्णय नहीं लेते।